Anxiety Meaning in Hindi – चिंता-एंग्जायटी के कारण, 4 प्रकार व उचपार

anxiety meaning in hindi healthyknots.com

Anxiety Meaning in Hindi – चिंता के कारण, 4 प्रकार व उचपार

एंग्जायटी यानि चिंता मस्तिष्क की एक आम प्रतिक्रिया है, ये एक ऐसी भावना है जो किसी भय के कारण हमें महसूस होती है, उदाहरण के लिए एग्जाम देते समय महसूस होने वाली घबराहट और बेचैनी, या फिर कई सारे लोगो के बीच पहली बार मंच पर खड़े हो कर बोलने के दौरान होने वाली असहजता (इन्सेक्योरिटी) की भावना को हम एंग्जायटी (चिंता) कहते हैं.

उपरोक्त जैसी सामान स्थितियों में होने वाली एंग्जायटी (चिंता) को सामान्य माना गया है, हालाँकि अगर यह एंग्जायटी (चिंता) एक लम्बे समय तक बनी रहे और इसकी वजह से अगर आपको दैनिक जीवन के कार्यों को करने में बाधा उत्पन्न होती है तो, ऐसे में यह एंग्जायटी डिसऑर्डर (चिंता विकार) हो सकता है, लेकिन इसमें घबराने वाली कोई बात नहीं है, एंग्जायटी (चिंता) को चिकित्सा और विशेषज्ञों की सलाह से ठीक किया जा सकता है.

Anxiety Meaning in Hindi

एंग्जायटी (चिंता) के कई प्रकार होते हैं, जिनमे से सामाजिक चिंता विकार (Social anxiety disorder), सामान्यीकृत चिंता विकार (Generalized anxiety disorder), पैनिक डिसऑर्डर (Panic disorder), पोस्टट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD) आदि प्रमुख हैं.

anxiety meaning in hindi

टाइप ऑफ़ एंग्जायटी -एंग्जायटी के प्रकार

सामाजिक चिंता विकार (Social anxiety disorder)

इसमें व्यक्ति लोगो के बीच जाने में असहज महसूस करता है, स्कूल कॉलेज, शादी समारोह या अन्य भीड़ वाली जगह जाने से बचता है. वह स्वयं में आत्मविश्वास की कमी महसूस करता है. उसको लगता है कि लोग उसे जज करेंगे. कई बार व्यक्ति सोंचता है कि उसका पहनावा, उसका रूप, या उसकी आवाज लोगो को पसंद नहीं आएगी, सोशल एंग्जायटी किसी भी व्यक्ति के जीवन को कठिन बना देता है. ऐसे में वह लोगो से दूर रहना शुरू कर देता है. ऐसे लोगों के दोस्त बहुत कम होते है, या सोशल एंग्जायटी में लोग दोस्ती करने या रिश्ते बनाने से कतराते हैं.

सामान्यीकृत चिंता विकार (Generalized anxiety disorder)

भारत में प्रति वर्ष 10 मिलियन से अधिक मामले सामान्यीकृत चिंता विकार (Generalized anxiety disorder) से सम्बंधित होते है. इसमें लोग अपने रोजाना के कामकाज के लिए परेशान रहते हैं, अपने से ही जूझते रहते हैं. इस एंग्जाइटी में लगातार चिंता, बेचैनी और एकाग्रता में परेशानी शामिल है. व्यक्ति आम तौर पर सिरदर्द महसूस करता है, और उसका स्वभाव चिड़चिड़ा हो जाता है.

पैनिक डिसऑर्डर (Panic disorder)

यह चिंता विकार (एंग्जायटी डिसऑर्डर) का चरम रूप है. पैनिक डिसऑर्डर में व्यक्ति किसी भी संभावित ट्रिगर के कारण, अत्यधिक भय महसूस कर सकता है, जिससे पैनिक अटैक हो सकता है. सीने में दर्द, पसीना आना, दिल की धड़कन में वृद्धि साँस लेने में दिक्कत आदि हो सकती है, कुछ पैनिक अटैक के लक्षणों की तुलना हार्ट अटैक से की जा सकती है.

पोस्ट ट्रॉमेटिक स्ट्रेस डिसऑर्डर (PTSD)

पीटीएसडी सामान्यतः उन लोगो को होता है जिन्होंने अपने जीवन में कुछ दुखद अनुभवों या परिस्थितियों का सामना किया है. कई बार किसी हादसे के संपर्क में आना, किसी प्रिय व्यक्ति की मृत्यु हो जाना, बचपन या किशोर अवस्था में शारीरिक, मानसिक या यौन शोषण का शिकार होना भी पीटीएसडी का कारण हो सकता है. इसमें व्यक्ति को पुरानी दुखद घटनाओं की यादें विचलित कर देती हैं.

एंग्जायटी के लक्षण (What are the symptoms of anxiety? )

एंग्जायटी यानि चिंता के लक्षण अलग-अलग व्यक्तियों में अलग-अलग हो सकते हैं. कई बार

चिंता का अनुभव करने वाले व्यक्ति के आधार पर चिंता अलग-अलग महसूस होती है. एंग्जायटी के प्रमुख लक्षणों में सिर दर्द, सीने में जकड़न, साँस लेने में तकलीफ, दिल की धड़कन तेज होना, पसीना आना आदि शामिल है. इसमें कई बार आप नियंत्रण से बाहर महसूस कर सकते हैं. आपको भय और चिंता की सामान्य भावना हो सकती है, या आप किसी स्थान या घटना से डर सकते हैं. कुछ मामलों में, व्यक्ति को पैनिक अटैक का अनुभव हो सकता है.

एंग्जायटी (चिंता) के अन्य लक्षण –

  • चिंताजनक विचार या विश्वास जिन्हें नियंत्रित करना मुश्किल है
    बेचैनी
    ध्यान केंद्रित करने में परेशानी
    सोने में कठिनाई
    थकान
    चिड़चिड़ापन
    अस्पष्टीकृत दर्द और दर्द

एंग्जायटी (चिंता) होने के क्या कारण है ?

डब्ल्यूएचओ के अनुसार चिंता विकार (anxiety डिसऑर्डर) दुनिया का सबसे आम मानसिक विकार है, जिससे 2019 में 301 मिलियन लोग प्रभावित हुए हैं. विशेषज्ञ चिंता के सटीक कारण के बारे में नहीं जानते. क्योंकि ये अलग अलग लोगों में अलग अलग कारणों की वजह से हो सकता है.

चिंता के प्रमुख कारण

  • तनाव
    अन्य चिकित्सीय मुद्दे जैसे अवसाद या मधुमेह
    सामान्यीकृत चिंता विकार वाले प्रथम श्रेणी के रिश्तेदार
    पर्यावरणीय चिंताएँ, जैसे बाल शोषण
    नशीली दवाओं का का उपयोग
    सर्जरी या व्यावसायिक खतरे जैसी स्थितियाँ

इसके अलावा, शोधकर्ताओं का मानना है कि यह मस्तिष्क के उन क्षेत्रों से उत्पन्न होता है जो डर को नियंत्रित करने और भावनात्मक और डर से संबंधित यादों को संग्रहीत करने और पुनः प्राप्त करने के लिए जिम्मेदार हैं.

Anxiety Disorder : चिंता विकारों का खतरा किसे है?

प्रत्येक प्रकार की चिंता के साथ, अलग-अलग जोखिम कारक होते हैं. लेकिन कुछ सामान्य प्रभाव भी हैं, जिनमें शामिल हैं:

  • व्यक्तिगत स्वभाव (Personality traits) : इसमें बचपन में शर्मीलापन और घबराहट शामिल है.
    जीवन इतिहास (LIFE History): इसमें नकारात्मक या तनावपूर्ण घटनाओं का जीवन में घटित होना शामिल है.
    आनुवंशिकी (Genetics) : जिन लोगों के माता पिता या रिस्तेदार आदि को एंग्जायटी रही है, वे लोग भी चिंता यानि एंग्जायटी से ग्रसित हो सकते हैं.
  • अन्य स्वास्थ्य स्थितियाँ (Other Medical Issues) कई तरह की अन्य स्वास्थ्य समस्याएं भी चिंता का कारक बन सकती हैं.

चिंता का उपचार (Anxiety Treatment )

यदि आप चिंता विकार यानि Anxiety Disorder के लक्षण महसूस करते हैं, तो किसी डॉक्टर से सलाह लें. और डॉक्टर द्वारा बताये गई दवाओं और खान पान का सेवन करें. आप किसी मनोचिकित्सक या मनोवैज्ञानिक के पास जा सकतें हैं. मानसिक स्वास्थ्य पेशेवर मानसिक बीमारियों के निदान और उपचार में विशेषज्ञ हैं.

The bottom line :

इस आर्टिकल में हमने आपको बताया  Anxiety Meaning in Hindi.  Anxiety यानि चिंता एक सामान्य भावना है. लेकिन एक लम्बे समय तक बनी रहने वाली चिंता मानसिक विकार भी हो सकती है. इस लिए यदि आप लम्बे समय तक चिंता की भावना महसूस करते हैं तो किसी मनो चिकित्सक से संपर्क करें. ध्यान दें की मानसिक विकार भी शारीरिक विकारों की तरह हैं. जिनमे विशेषज्ञों की सहायता और सलाह महत्वपूर्ण है. खुद से इंटरनेट में मानसिक विकार के उपचार न तलाशें बल्कि किसी पेशेवर की मदद लें. साथ ही यही आप चिंता विकार की भावना महसूस करते हैं तो, अपने माता-पिता किसी दोस्त या करीबी से अपनी स्थिति को साझा करें. और डॉक्टर के पास जाएं.

All Posts are only for educational and awareness purpose. We are not giving any medical advice.

Healthy Knots
Healthy Knots

Leave a Comment